Paytm Share Price, इसी सप्ताह खत्म हो रहा लॉक इन पीरियड, क्या पड़ेगा असर?Paytm share price prediction,Paytm share price tomorrow
हिन्दुस्तान के प्रमुख डिजिटल पेमेंट ब्रांड पेटीएम (Paytm) के शेयर के सामने एक बार फिर बड़ा संकट खड़ा है, पहले से ही फ्लॉप आईपीओ लाने के बाद निवेशकों को तगड़ा नुकसान झेलना पड़ा है, इस हफ्ते कंपनी के स्टॉक की लॉक इन अवधि समाप्त हो जाएगी, जिसके बाद समझा जाता है कि और गिरावट स्टॉक में आ सकती है
लॉक इन पूर्ण होने का मतलब निवेशकों को उन शेयरों को बेचने के लिए मुक्त कर दिया जाएगा; जिन्हें अभी तक मार्केट में अपने शेयर बेचने की अनुमति नहीं दी गई है. paytm की मूल कंपनी (One 97 Communications Ltd.) वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के सबसे बड़े शेयरधारकों में अलीबाबा (Alibaba Group) ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड और इसके फिनटेक सहयोगी(Ant Group) एंट ग्रुप कंपनी के साथ-साथ जापान के(Softbank Group) सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प शामिल हैं
Goldman Sachs , अन्य ब्रोकरेज का अनुमान;-
Macuarie के अनुमान के उलट (Goldman Sachs और ICICI Securities) ने इस स्टॉक के लिए 1,000 से 1,300 रुपये का टार्गेट रखा है इसकी वजह ये है कि 'Ebitda Loss' से जुड़ी उनकी उम्मीद "Macuarie" से अलग हैMacuarie, का ये है अनुमान;-
paytm के स्टॉक को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा (Macuarie) के अनुमान को लेकर होती है इस स्टॉक को लेकर इस ब्रोकरेज हाउसेज का अनुमान कई बार सही साबित हो चुका है, ब्रोकरेज ने इस शेयर के लिए 450 रुपये के टार्गेट को बरकरार रखा है
Most of the discussion about Paytm's stock is about Macuarie's estimate. The speculations of these brokerage houses regarding this stock have been proved right many times. The brokerage has maintained a target price of Rs 450 on the stock.
Company's fourth quarter results,कंपनी की चौथी तिमाही का रिजल्ट;-
Paytm का परिचालन करने वाली 'One 97 Communications' ने कहा है कि मार्च तीसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा बढ़कर 761.4 करोड़ रुपये पर पहुंच गया कंपनी को पिछले साल मार्च तिमाही में 441.8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, दिसंबर तिमाही में कंपनी को करीब सात सो अटरट्टर (778) करोड़ रुपये का नुकसान हुआ थाRevenue growth higher than expected,अनुमान से ज्यादा रेवेन्यू ग्रोथ;-
मार्च तीसरी तिमाही में Paytm के रेवेन्यू ग्रोथ में 89 फीसदी का उछाल देखने को मिला. यह Goldman Sachs के अनुमान से चार फीसदी ज्यादा रहा है , पिछली दो तिमाहियों की तुलना में नॉन यूपी आई ट्रांजैक्शन्स में इजाफा देखने को मिला जबकि पहले इसमें गिरावट की उम्मीद थी
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